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बिहार बजट-लाख युवाओं को मिलेगा रोजगार, महिलाओं के लिए तोहफा

बिहार विधानसभा में वित्त मंत्री विजय चौधरी वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए बजट पेश कर रहे हैं। 2024 में लोकसभा और 2025 में विधानसभा चुनाव को लेकर सरकार ने युवाओं और महिलाओं के लिए कई अहम घोषणाएं की है।वित्त मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि जीविका योजना की मदद से महिलाओं में आत्मबल और आत्मसम्मान का संचार हुआ है। सामाजिक स्तर पर महिलाओं की स्थिति सशक्त हो चुकी है। जीविका के अंतर्गत अबतक कुल 10.45 लाख स्वयं सहायता समूहों का गठन किया गया है। एक करोड़ 30 लाख परिवारों की महिलाओं को इन समूहों से जोड़ा गया है। 62 अस्पतालों में दीदी की रसोई, अनुसूचित जाति/ जनजाति, आवासीय विद्यालयों एवं अन्य संस्थानों में 14 दीदी की रसोई का संचालन जीविका दीदियों द्वारा किया जा रहा है। बिहार की महिलाओं के लिए बड़ा एलान करते हुए वित्त मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि नारी शक्ति योजना के अंतर्गत संघ लोक सेवा आयोग और बिहार लोक सेवा आयोग के प्रारंभिक परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाली महिला अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा एवं साक्षात्कार की तैयारी के लिए क्रमशः एक लाख और पचास हचार की राशि दी जाएगी। वित्त मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि अल्पसंख्यक कल्याण योजना के तहत राज्य सरकार तलाकशुदा अल्पसंख्यक महिलाओं को सहायता राशि के तौर पर पहले 10 हजार रुपये देती थी, जिसे बढ़ाकर अब 25 हजार रुपये कर दिया गया है। वित्त मंत्री ने कहा कि हमारे बजट में युवा और रोजगार को सबसे प्रथम रखा गया है। युवा शक्ति बिहार की शक्ति है। राज्य में 32 फीसद आबादी युवाओं की है। सरकार की 10 लाख युवाओं को रोजगार देने की योजना है। विजय चौधरी ने कहा कि 9223 पदों की पुलिसकर्मियों की 75543 पदों की नियुक्ति की स्वीकृति दी गई है। 42000 शिक्षकों की नियुक्ति जा चुकी है। शेष पदों पर नियुक्ति की जा रही है। राज्य में प्राथमिक विद्यालय में प्रधान शिक्षकों के 40546 सृजित पदों की नियुक्तियां होनी हैं। यह प्रक्रिया में है। हर खेत तक सिंचाई का पानी एवं स्वच्छ गांव-समृद्ध गांव को कृषि एवं ग्रामीण विकास के रुप में वर्ष 2023-24 के बजट में प्राथमिकता दी गई है। ग्राणीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने, किसानों को खुशहाल बनाने और ग्रामीण जीवन को सुविधाजनक और सुगम बनाने की दिशा में राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है  बताते हुए खुशी हो रही है कि गुणवत्तापूर्ण उत्पाद के रुप में पहचान बनाने वाली बिहार के कृषि धरोहरों, जैसे कतरनी चावल, जरदालू आम, शाही लीची, मगही पान, मिथिला मखाना को राज्य सरकार के प्रसास से जीआई टैग मिला- विजय चौधरी गयाजी डैम की बजट में चर्चा न करें तो ये अधूरी रह जाएगी। गयाजी डैम की चर्चा करते हुए विजय चौधरी ने कहा कि इस डैम को अनोखा बनते हुए भारत सरकार ने पुरस्कृत किया है। रबर डैम की केंद्र सरकार ने भी तारीफ की। सोंस यानी गंगा डॉल्फिन के संरक्षण के लिए काम किया जा रहा है। बिहार में गंगा डॉल्फिन की संख्या 1,464 है, जो भारत के कुल गंगा डॉल्फिन की संख्या की आधी है। इसमें भी सरकार ने बेहतर काम किया

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