
सौरभ भारद्वाज को संगठन और सरकार दोनों के बीच काम करने का अनुभव है. राजधानी में ब्राह्मण वोटरों की संख्या करीब 10 फीसदी है. इसी वोट बैंक को देखते हुए कांग्रेस ने शीला दीक्षित को मुख्यमंत्री बताया था मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के इस्तीफे के बाद अरविंद केजरीवाल ने कैबिनेट फेरबदल का फैसला किया है. केजरीवाल ने सौरभ भारद्वाज और आतिशि को कैबिनेट मंत्री बनाने की सिफारिश उप-राज्यपाल को भेजा है. 10 साल बाद केजरीवाल कैबिनेट में किसी महिला को जगह मिली है. कैबिनेट फेरबदल में 2024 चुनाव को भी फोकस किया गया है. आतिशि को कैबिनेट में जगह देकर आप जहां जातिगत समीकरण फिट करने की कोशिश में है, वहीं उनके सहारे पार्टी आधी आबादी में भी पैठ करना चाहती है. 2019 में जब केजरीवाल तीसरी बार कैबिनेट मंत्री बने थे, तो उन्होंने पुरानी कैबिनेट ही बरकरार रखने का फैसला किया था, लेकिन पिछले 3 साल में 3 मंत्री बदले जा चुके हैं. आतिशि के अलावा कैबिनेट में ब्राह्मण जाति से आने वाले सौरभ भारद्वाज को भी जगह दी गई है. भारद्वाज अरविंद केजरीवाल सरकार में 2013 में भी मंत्री रह चुके हैं. दिल्ली कैबिनेट में आतिशी-सौरभ के साथ-साथ गोपाल राय, इमरान हुसैन, राज कुमार आनंद और कैलाश गहलोत हैं.