दिल्ली एम्स में 9 वर्षीय सलीम के अंगदान से दो बच्चों को मिला जीवन

अंगदान महादान…कुछ लोग दुनिया छोड़ने से पहले यह महादान कर दूसरों को जीवन का उपहार दे जाते हैं। कुछ ऐसा किया सड़क हादसे के शिकार सलीम नामक नौ वर्षीय बच्चे ने।एम्स ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान इस दुनिया से अलविदा होने से पहले इस मासूम ने दो बच्चों को जीवनदान दिया। इसके अलावा दो बच्चों के जीवन में रोशनी भी आएगी। उनके माता-पिता ने अपने बच्चे को खोने के गम के बीच यह सोचकर अंगदान का साहसिक फैसला किया कि वे तो अपना बच्चा खो चुके हैं लेकिन उसके अंगदान से दूसरों के घर का चिराग रोशन हो सके।सलीम हरियाणा के मेवात का रहने वाला था। उसके चचेरे भाई राहिल ने बताया कि 15 अप्रैल को पैदल सड़क पार करने के दौरान बाइक सवार ने भाई सलीम को टक्कर मार दी थी। जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसके सिर में गंभीर चोट लगी थी।इस वजह से उसे 16 अप्रैल को एम्स ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया। जहां डाक्टरों ने उसे बचाने की पूरी कोशिश की लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। डाक्टरों ने उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया।बच्चे के ब्रेन डेड होने पर एम्स के आर्बो (आर्गेन रिट्रिवल बैंकिंग आर्गेनाइजेशन) के पैरामेडिकल कर्मचारियों व अंग प्रत्यारोपण संयोजकों ने पीड़ित परिवार को अंगदान के लिए प्रेरित किया। इसके मद्देनजर पीड़ित परिवार ने बच्चे की किडनी, लिवर, हृदय, फेफड़ा, पैंक्रियाज, आंत, दोनों कार्निया, हृदय का वाल्व व हड्डियां दान करने की स्वीकृति दी।