तप रहा देश! लू के लिहाज से डेंजर जोन भारत का 90% हिस्सा, पूरी दिल्ली पर मंडराया खतरा, रिसर्च में दावा

गर्मी से परेशान दिल्लीवालो सावधान हो जाओ, अभी गर्मी का कहर और सताने वाला है। दरअसल जलवायु परिवर्तन की वजह से लू भारत में रहने वाले 80 प्रतिशत लोगों के लिए खतरा बन रही है। दिल्ली इस मामले में काफी संवेदनशील है। पूरी राजधानी हीट इंडेक्स के लिहाज से डेंजर जोन में है। यह दावा यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज के डॉ रमित देबनाथ की एक स्टडी में किया गया है। इस रिपोर्ट को PLOS क्लाइमेट जर्नल में प्रकाशित किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, बढ़ती गर्मी समावेशी विकास के लक्ष्य को हासिल करने में भी बाधा बन रही है। दिल्ली की हालत काफी खराब है। रिपोर्ट में दिल्ली सरकार के स्टेट एक्शन प्लान ऑन क्लाइमेट चेंज के बारे में कहा गया है कि इसके मुताबिक राजधानी के दो जिले साउथ और नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में ही जलवायु परिवर्तन का ज्यादा असर दिख रहा है। हालांकि इस रिपोर्ट में इन दावों को खारिज करते हुए पूरी दिल्ली को हीट इंडेक्स के आधार पर डेंजर जोन में जगह दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, राजधानी के वे इलाके, जो जलवायु परिवर्तन से कुछ कम प्रभावित हैं, वे भी लू के गंभीर खतरे से जूझ रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली सरकार ने अपने आकलन में हीट इंडेक्स को शामिल नहीं किया है।रिपोर्ट के अनुसार सेंट्रल दिल्ली, ईस्ट, वेस्ट और नॉर्थ ईस्ट दिल्ली (पुरानी दिल्ली) में हो रहे विकास की वजह से वहां हीट आइलेंड बनने का रिस्क बढ़ रहा है। राजधानी में तापमान करीब 6 से 7 डिग्री अधिक रहता है। स्लम आबादी के बढ़ने की वजह से गर्मी बढ़ रही है। स्लम की वजह से यहां भीड़ बढ़ रही है। स्लम में बुनियादी सुविधाएं जैसे बिजली, पानी, सफाई, स्वास्थ्य सुविधाओं, हेल्थ इंश्योरेंस की कमी को भी गर्मी बढ़ने की वजह बताया गया है। घरों की खराब हालत, खाना पकाने के लिए लकड़ी आदि का इस्तेमाल होने से भी गर्मी बढ़ रही है।