जमशेदपुर में हिंसा के बाद लगी धारा 144,शहर में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात, इंटरनेट सेवा भी बंद
झारखंड के जमशेदपुर में हिंसा भड़कने के बाद इंटरनेट सेवा ठप कर दी गई है। स्थिति नियंत्रण में है लेकिन तनावपूर्ण है। हिंसा प्रभावित इलाकों में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। जमशेदपुर में फिलहाल धारा-144 लगाई है जो अगले आदेश तक प्रभावी रहेगा।कदमा क्षेत्र के शास्त्रीनगर ब्लॉक संख्या तीन के पास महावीरी झंडा के साथ शनिवार देर रात अपमान किए जाने की घटना के बाद रविवार देर शाम क्षेत्र का माहौल बिगड़ गया। इस घटना को लेकर दो समुदाय के लोग आमने-सामने आ गये। एक-दूसरे पर पथराव शुरू कर दिया गया, जिससे भगदड़ मच गई।उपद्रवियों ने दो दोपहिया वाहन समेत पांच झोपड़ीनुमा दुकानों में आग लगा दी। इस घटना में समुदाय विशेष की ओर से तीन राउंड गोलियां भी चलाई गई। पीपलधारी जटाधारी मंदिर की कुर्सियों में तोड़फोड़ की गई है। भीड़ को खदेड़ने के लिए पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी। कई मौके ऐसे भी आये जब पुलिस को बैकफुट पर आना पड़ा।उपद्रव मचाने वाले लगातार घरों से पत्थर फेंकते रहे। दो घंटे तक शास्त्रीनगर के ब्लॉक संख्या-2 में उपद्रव मचाने वालों का कब्जा रहा। इस दौरान उपद्रवियों की पत्थरबाजी से सड़क ईंट और पत्थर से पट गए।उपद्रवियों पर काबू में करने के लिए रैफ को उतारा गया। रैफ ने उपद्रवियों के खिलाफ छह राउंड आंसू गैस के गोले दागे। रैफ ने भीड़ को तितर-बितर कर दिया। अब क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। क्षेत्र की सारी दुकानें बंद हो गई। लोग घरों में दुबकने को मजबूर हो गए हैं।शास्त्रीनगर ब्लॉक संख्या-2 के मस्जिद समेत आसपास के क्षेत्र से 50 लोगों को हिरासत में लिया गया है। तलवार समेत अन्य हरवे-हथियार बरामद किए गए। वरीय पुलिस अधिकारी क्षेत्र में कैंप किए हुए हैं। एसएसपी प्रभात कुमार ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है। किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।कदमा शास्त्रीनगर ब्लॉक-3 में पीपलधारी जटाधारी मंदिर से कुछ ही दूरी पर रामनवमी के दिन स्ट्रीट लाइट पर महावीरी झंडा बांधा गया था। रस्सी पर पॉलीथीन टंगा देख लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया था। कार्रवाई के लिए 24 घंटे का समय पुलिस को दिया गया था।रविवार शाम छह बजे मंदिर कमेटी के लोग घटना को लेकर बैठक के लिए जुट रहे थे। इस बीच अचानक 100 से अधिक संख्या में लोग पहुंच गए, जिनमें अधिकांश ने चेहरा ढंक रखा था। इन उपद्रवियों ने तोड़फोड़ और पथराव शुरू कर दिया। जिसे लेकर मंदिर कमेटी के सदस्यों के साथ स्थानीय लोग एकजुट हो गए।दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए और नारेबाजी करने लगे, जिसके बाद माहौल बिगड़ गया और पथराव शुरू हो गया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और उपद्रवियों को खदेड़ने का प्रयास किया। पुलिस ने उपद्रवियों को रोकरने का प्रयास किया तो पुलिस पर भी पथराव कर दिया गया।उपद्रवियों को खदेड़ने के लिए पुलिस ने कई राउंड हवाई फायरिंग भी की लेकिन उपद्रव करने वाले रह-रहकर पत्थरबाजी करते रहे। पुलिस, रैफ, क्यूआरटी और जैप की कार्रवाई के बाद माहौल शांत हुआ। पत्थरबाजी के बाद मंदिर के पास ईंट-पत्थर बिखरे नजर आ रहे थे। पुलिस ने मंदिर के सामने मुख्य सड़क से खोखा भी बरामद किया है।