प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अजमेर-दिल्ली कैंट वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाएंगे
राजस्थान को पहली और देश को 14वीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन मिलने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दिल्ली-अजमेर वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाएंगे। यह जयपुर के रास्ते चलेगी। दिल्ली-जयपुर रूट के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस में बदलाव करना पड़ा है। इसकी वजह यह है कि इस रूट पर डबल-डेकर ट्रेन चलती है। यानी इस रूट पर इलेक्ट्रिसिटी वायर्स की ऊंचाई ज्यादा है। अब तक चलाई गई 13 वंदे भारत ट्रेनों के साथ इस तरह की समस्या नहीं थी। इस कारण रेलवे को दिल्ली-जयपुर रूट के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस में बदलाव करना पड़ा है। यह दुनिया की पहली हाईस्पीड पैसेंजर ट्रेन होगी जो हाईराइज ओवरहेड इलेक्ट्रिक पर दौड़ेगी।रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली-जयपुर रूट पर वंदे भारत एक्सप्रेस को चलाने के लिए एक अलग तरह के पेंटोग्राफ की जरूरत थी। वंदे भारत एक्सप्रेस में हर दूसरी बोगी की छत पर एक पेंटोग्राफ होता है। लेकिन दिल्ली-जयपुर रूट पर बिजली के तारों की ऊंचाई ज्यादा है। इसलिए चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री को दिल्ली-जयपुर रूट पर चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए लंबे पेंटोग्राफ बनाने पड़े। यानी यह अब तक चलाई गई 13 वंदे भारत एक्सप्रेस से इस मायने में अलग होगी। यह राजस्थान की पहली और दिल्ली से चलने वाली चौथी वंदे भारत ट्रेन होगी। इससे पहले दिल्ली से वाराणसी, कटरा और हिमाचल के अंब अंदौरा के लिए वंदे भारत ट्रेन चलाई जा चुकी है।नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे के एक सर्कुलर के मुताबिक एनडब्ल्यूआर एवं नॉदर्न रेलवे (NR) के बीच बातचीत में इस ट्रेन को नई दिल्ली और जयपुर के बीच चलाने का प्रस्ताव था। लेकिन बाद में इसमें बदलाव किया गया है। अब यह ट्रेन जयपुर के रास्ते अजमेर और दिल्ली कैंट के बीच चलेगी। दिल्ली कैंट से अजमेर के बीच 442.55 किमी की दूरी को तय करने के लिए इस ट्रेन को पांच घंटे 15 मिनट का समय लगेगा। अभी इस रूट पर सबसे तेज चलने वाली ट्रेन शताब्दी एक्सप्रेस है जो छह घंटे 15 मिनट का समय लेती है। यानी वंदे भारत उससे एक घंटे पहले ही यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचा देगी।